आवाज से आवाज मिलाना अपना लेना शौक बनाना आवाज से आवाज मिलाना तुरन्त स्वीकार कर लेना संरक्षण में लेना
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आवाज से आवाज मिलाना अपना लेना शौक बनाना आवाज से आवाज मिलाना तुरन्त स्वीकार कर लेना संरक्षण में लेना वहीं से आगे बढाना तुरन्त स्वीकार कर लेना वहीं से आगे बढाना
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जरूरत बनेगी तभी शौक में शामिल होगी एनसीसीएसए टूल्स के जनरल मैनेजर मार्केटिंग रोहन सक्सेना का कहना है कि बाजार पहले शौक को जरूरत में ढालता था, जबकि अब जरूरत को भी शौक बनाना पड़ता है।